Operation Sindoor, pahalgam,Shambhav

Operation Sindoor, pahalgam,Shambhav



दुश्मनों ने है हमें ललकारा 

सबक उनको सिखाएंगे

भारत माता के लाल हैं हम 

तूफानों से भिड जाएंगे


घुसबैठी बनकर घुसते हैं

पीछे से वार जो करते हैं

कश्मीर कश्मीर कहने वाले

हिंसा को धर्म समझते हैं



काम है उनका बुझदिलों सा

खुद को फरिश्ता समझते हैं

छुप - छुपकर घर में घुसने वाले

शर्म को भी गर्व कहते हैं


हथियारों की बुनियाद पर

आतंक का मंजर भरते हैं

गीदड सी ताकत रखने वाले

हिम्मत की बाते करते हैं


जिसे मासूमियत भी दिखती नहीं

जिसने हथियारों को जीवन बनाया है

मानवता को भी शर्मसार किया

इंसानियत को ललकारा है


तुम्हारे घर में तुम्हें दौड़ाएंगे

तुम्हें हम मिट्टी में मिलाएंगे

भारत माता के लाल हैं हम

तुम्हें शेर की ताकत दिखाएंगे


फौजी की पत्नी का इंतजार


फौजी का प्यार


      - शाम्भवी पाण्डेय


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