HAPPY DAUGHTER'S DAY 2022| बेटियां -एक कविता , BETIYON SE JUDI KAVITAYEN SHAMBHAV, SHAMBHAVI PANDEY
बेटियां -एक कविता
बेटी शब्द एक दिया है अद्भुत
अद्भुत इसका उजियारा है,
एक घर में यह जलता है
दो कुलों को जगमगाता है।
जिसकी किलकारी से घर गूँजता
अन्न धन का भरता भंडारा है,
तू ही शक्ति, तू ही सरस्वती
तेरा मन गंगा की निर्मल धारा है।
समझ और परवाह का तू संगम
प्रेम की अकूत संप्रदा है,
चंचल, नाजुक, मासूम सी तू
खुशियों का मेरे लिए तोहफा है।
सूर्य का प्रचण्ड प्रकाश भी है तू
और चांद सी तेरी चंचलता है,
जो कह ना पाऊं वह भाव है तू
मेरे सत्कर्मों का तू लेखा - जोखा है।
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