बच्चों में खुद से खाना खाने की आदत कैसे डालें ?
(Habit of self-eating in children,संभव,शाम्भवी पाण्डेय)
छोटे बच्चों को कुछ भी खिलाना-पिलाना किसी जंग से कम नहीं लगता। ऐसे में सोचिए अगर आपका बच्चा खाने की मेज पर बैठकर खुद से भोजन करने लगे तो आपको कैसा महसूस होगा ?
बच्चे,बचपन और उनका मनोविज्ञान की आज की श्रृंखला में हम चर्चा करेंगे कि बच्चों में खुद से खाना खाने की अच्छी आदत कैसे डाली जाए ?
बच्चों में खुद से खाना खाने की आदत कैसे डालें :
छोटे बच्चे खुद से खाए-पिए यह बात सोचने और बोलने में जितनी आसान लगती है असल जिंदगी में यह बात उतनी ही कठिन होती है।
लेकिन अगर आप चाहे तो इस कठिन बात को बहुत ही आसानी से संभव बना सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि इसके लिए आपको बच्चों के साथ बहुत ज्यादा समय लगेगा, आप चाहे गृहिणी हो या ऑफिस जाने वाली महिला (working women), जितना समय आप खुद भोजन करने में लगाते हैं उससे बस थोड़ा सा ज्यादा समय देकर बच्चों में खुद से खाना खाने की अच्छी आदत बहुत आसानी से डाल सकती हैं।
तो आइए जानते हैं वह महत्वपूर्ण बातें जिससे हम अपने बच्चों को खुद से खाना खाने की आदत सिखा सकते हैं -
1- खाने की चीजों को रुचिकर ढंग से पेश करें :
प्रत्येक मां अपने बच्चे के लिए रोज बदल-बदल कर,
नए-नए आकार, रंग और स्वाद के रुचिकर भोजन बनाती है फिर भी न जाने क्यों बच्चे खाने से कतराते ही रहते हैं ?
कोशिश करें कि रुचिकर- भोजन, बच्चों के सामने रुचिकर ढंग से पेश करें, (जैसे - कभी उन्हें उत्साह दिखाएं कि आज भोजन बहुत ही नए आकार का बना है,कुछ नया बना है, उनकी पसंद का बना है,आज पापा की पसंद का बना है)। ऐसे बहुत से रुचिकर तरीके आप अपना सकते हैं।
2- निश्चित स्थान (खाने की मेज-कुर्सी) पर बैठाकर खिलाएं :
छोटे बच्चे एक स्थान पर नहीं टिकते, वह दौड़ते-भागते ही रहते हैं लेकिन ऐसे में भी कोशिश करें कि बच्चों के खाने के लिए एक स्थान सुनिश्चित किया जाए।
अगर बचपन से ही बच्चों को एक निश्चित स्थान पर बैठा कर खाने की आदत डाल दी जाए तो इससे बच्चे अपनी डाइट भी उचित मात्रा में ले लेते हैं और उसका पाचन भी सही ढंग से हो जाता है, नहीं तो दौड़-दौड़ कर खाने वाले बच्चों के साथ मेहनत भी ज्यादा पड़ती है और इससे उनके स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर दिखाई देता है।
3- बच्चों के साथ खुद भी भोजन करने बैठें :
छोटे बच्चों को भोजन परिवार के सभी सदस्यों के साथ ही परोसे। इससे बच्चे सबके साथ एक स्थान पर बैठकर खाना भी सीखते हैं और अन्य लोगों की भांति वे स्वयं से कोशिश करते हैं कि उन्हें भी खुद से अपना भोजन करना है इसलिए बच्चों के साथ आप खुद भी बैठकर भोजन करें।
4- खाद्य पदार्थों को पकड़ने के बारे में समझाएं :
छोटे बच्चे जब खुद से भोजन करना शुरू करते हैं तभी अन्य लोगों को देखकर उन्हीं की भांति व्यवहार करते हैं। ऐसे में कई बार खुद से भोजन करने की कोशिश में भोजन गिरता भी है और वह उसे सही ढंग से अपने मुंह में नहीं डाल पाते।
ऐसे में बच्चों को खाद पदार्थों को पकड़ने के बारे में समझाएं कि उन्हें किस प्रकार भोजन पकड़ना है और उसे मुंह में छोटे-छोटे टुकड़ों में किस प्रकार आसानी से डालना है।
5- बच्चों की थाली में भोजन कम मात्रा में परोसे :
जब आप बच्चे को खुद से भोजन करना सिखा रही हैं तो यह ध्यान रखें कि बच्चों की थाली में भोजन कम मात्रा में ही परोसे। इससे अधिक भोजन बर्बाद नहीं होता और साथ ही साथ बच्चे में खाना खुद से खाने का उत्साह भी बरकरार रहता है।
6- भोजन गिरने पर समझाएं :
छोटे बच्चे जब खुद से भोजन करना सीखते हैं तो उनकी थाली से कुछ ना कुछ भोजन जरूर गिरता है, ऐसे में उन्हें समझाएं कि किस प्रकार वे अपनी थाली से भोजन को गिरने से बचा सकते हैं साथ ही यह भी समझाएं कि गिरे हुए भोजन को उन्हें छोड़ देना है नहीं तो गिरे हुए भोजन में लगी गंदगी उनके पेट में जाकर उन्हें बीमार कर सकती है।
7- खाने का समय निर्धारित करें :
बच्चों को खुद से खाना खाने की आदत सिखाने के क्रम में समय का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है इसलिए खाते समय उनके खाने का समय निर्धारित जरूर करें। उन्हें इसके लिए बच्चों को लगातार प्रेरित करें कि उन्हें चीजें जल्दी खाना है।
8- सबके लिए एक जैसा भोजन बनाएं :
कई बार देखा जाता है कि घर के अन्य सदस्यों के लिए दूसरा भोजन बनाते हैं और बच्चों के लिए अलग से दूसरा भोजन बनाते हैं। ऐसे में बच्चों की आदत हर प्रकार के खाद्य पदार्थों को खाने की नहीं पड़ पाती और फिर बाद में यही बच्चे बड़े होकर खाने की चीजों में पसंद और नापसंद के हिसाब से खाते हैं। इससे उनमें हर प्रकार के पौष्टिक तत्व नहीं मिल पाते। इसके लिए जरूरी है कि घर में सबके लिए एक जैसा भोजन बनाया जाए।
( जैसे कभी घर में कुछ स्पेशल बन रहा है या फिर उसमें मिर्च मसाले का अधिक प्रयोग हो रहा है तो ऐसे में बच्चों के लिए सामान्य सा कुछ जरूर बनाएं लेकिन यह ध्यान रखें कि जो भी चीजें बनी है सारी खाद्य पदार्थ थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बच्चों को जरूर खिलाएं। इससे बच्चों में प्रत्येक प्रकार के खाद पदार्थ खाने की आदत अच्छे से पड़ जाती है। )
9- खुद से बच्चों के खाते समय निगरानी करें :
छोटे बच्चे कोई भी नई चीजें बहुत जल्दी सीखते हैं ऐसे में जब भी खुद से खाना खाते हो उस समय बच्चों पर खुद से निगरानी रखें कि वे किस प्रकार से खाना खा रहे हैं साथ ही यह भी ध्यान दें कि बच्चे किस खाद्य पदार्थ को खा रहे हैं या छोड़ रहे हैं ।
खाते समय खाने का कवर छोटे-छोटे टुकड़ों में हो,उसे बच्चे अच्छे से चबा-चबा कर खाएं,खाते समय गिरे हुए भोजन बच्चे उठाए नहीं, साथ ही साफ-सुथरे ढंग से बच्चों को खाना सिखाएं।
10- बच्चों के खाना खुद से खाने पर उन्हें प्रोत्साहित करें :
जब आपके छोटे बच्चे खुद से खाना खाने की कोशिश कर रहे हो तो उनके खुद के खाने पर उन्हें लगातार प्रोत्साहित करते रहे, उनकी प्रशंसा करते रहे। इससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है साथ ही उनमें उत्साह की भी वृद्धि होती है जिससे वें भोजन को स्वयं और सही ढंग से खाने की अच्छी आदत सीखते हैं।
(उपरोक्त में बताई गई सारी बातें प्रत्येक बिंदु स्वयं लेखिका के द्वारा व्यवहारिक रूप से अपनाए गए हैं,जिसका उचित परिणाम भी प्राप्त है। आशा करते हैं हमारे यह विचार आपके लिए उपयोगी साबित हो।)
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