बच्चो को म्यूजिक और डांस कैसे सिखाएं ?

बच्चों को म्यूजिक और डांस कैसे सिखाएं ? फायदे क्या है ? मानसिक विकास में कैसे मदद करता है आदि

म्यूजिक और डांस के क्या फायदे हैं ?

लॉकडाउन में जहां बच्चे कई महीनों से घर पर ही है और  घर पर ही ऑनलाइन पढ़ाई, घर पर ही उनकी सारी एक्टिविटी हो रही है | ऐसे में बच्चों के मनोरंजन के लिए म्यूजिक एंड डांस एक बेस्ट तरीका है | इससे बच्चों का इंटरटेनमेंट  तो होता ही है, साथ ही साथ तनाव भी दूर होता है और शारीरिक लाभ भी होता है | 


बच्चों के साथ आप खुद भी नए नए डांस स्टेप सीखे | इससे आपकी मांसपेशियां पहले से ज्यादा लचीली होती है ताकत बढ़ती है, दिल स्वस्थ रहता है ,इम्यून सिस्टम को पुष्ट करता है, इसी  के साथ एक्सरसाइज भी हों जाती है | जुम्बा डांस शरीर फिटनेस के लिया ही आज कल बहुत पोपुलर है | 


गाना सुनना और गाना गाना तनाव  मिटाने का सबसे अच्छा तरीका है| इससे मनोरंजन होता है साथ ही मन की एकाग्रता  भी बढ़ती है| इसमें आप नए पुराने फिल्मी गाने, भक्ति गाने , मेडिटेशन म्यूजिक यह सब सुन सकते हैं साथ ही बच्चों को गाना गाने के लिए भी प्रेरित करें |




कोर्स रिवीजन


लॉकडाउन में बच्चों की क्रिएटिविटी और मनोरंजन के साथ-साथ उनके कोर्स से जुड़े हुए विषयों पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है क्योंकि बच्चे जिस भी क्लास में है अपने समय पर परीक्षाएं भी होंगी बच्चे नेक्स्ट क्लास में भी जाएंगे। इसलिए बच्चों के कोर्स रिवीजन पर जरूर ध्यान दें। इसके लिए उनके डेली रूटीन में सही टाइम टेबल का होना बहुत जरूरी है ।बच्चों की रूटीन फिक्स करें कि कितने बजे उन्हें पढ़ना है ,कितने बजे टीवी या फोन देख सकते हैं, कितने समय और कौन-कौन सी एक्टिविटी करना है।


खेल खेल में स्वच्छता सिखाएं


पिछले कुछ वर्षों से देश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें हर किसी को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई है। लॉकडाउन में जब हम सब अपने अपने घरों में ही हैं तो सभी को अपने कमरे,अपने घर से स्वच्छता अभियान शुरू करना चाहिए। बच्चों को भी सिखाए की घर के काम जैसे घर की सफाई, अपने लिविंग रूम की सफाई ,किताबों की अलमारी की सफाई यह सभी एक खेल की तरह होते हैं। इससे बच्चों में स्वच्छता का एहसास भी बढ़ेगा।किसी भी कार्य को करने की आदत डालने के लिए जरूरी है एक सिस्टम बनाया जाए जिसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी काम करना है उसका उचित समय क्या है और सिस्टम को रूटीन में शामिल करने के लिए 5 मिनट की थ्योरी अपनाएं।


2 मिनट थ्योरी क्या है?


२  मिनट थ्योरी वह थ्योरी है  जिसमें हम किसी भी काम को करने के लिए निश्चित समय पर अपने बिजी शेड्यूल में से सिर्फ 2 मिनट का समय  रोज नियम से देते हैं। मात्र 2 मिनट | सुनने देखने में छोटा  लग रहा है लेकिन धीरे धीरे ये थ्योरी हमारी किसी काम को करने की आदत बना देता  है. क्योंकि रस्सी धीरे धीरे आने जाने से पत्थर पर भी निशान पड़ जाता है |




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1 टिप्पणियाँ

  1. बहुत अच्छा विषय है
    बिंदुवार ध्यान देने से बच्चों के विकास में मदद मिलेगी

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