3 से 4 साल के बच्चे का विकास। शारीरिक विकास। मानसिक विकास।

3 से 4 साल के बच्चे का विकास, शारीरिक विकास, मानसिक विकास, 3- 4 saal k bache ka vikas एवं किन बातों पर विशेष ध्यान देने की है आवश्यकता 


जब आपका बच्चा 3 साल का हो रहा है तो समझ लीजिए बच्चे की तरफ से आपको थोड़ा सुकून का पल मिलने वाला है।

                 
3-4 saal k bache ka vikas


बच्चे,बचपन और उनका मनोविज्ञान की इस श्रृंखला में आज हम बात करेंगे कि 3-4 साल के बच्चे का विकास किस प्रकार होना चाहिए?


3-4 साल का बच्चा क्या-क्या गतिविधियां कर सकता है और किन बातों पर हमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है?


3-4 साल के बच्चे का शारीरिक विकास:


आइए जानते हैं कि 3-4 साल का बच्चा खुद से क्या-क्या गतिविधियां कर सकता है-

  • चलना, दौड़ना, सीढ़ी चढ़ना, कूदना आदि क्रियाएं ।
  • खुद से भोजन करना ।
  • खुद से कपड़े पहनने की कोशिश करना ।
  • कुछ शब्दों को जोड़कर वाक्य बनाना ।
  • अपनी बात या भाव वाक्यों में व्यक्त करना ।
  • ट्राई साइकिल (बच्चे वाली साइकिल) चलाना।
  • एक साथ दोनों हाथों का प्रयोग कर खेलना ।
  • गेंद को किक, थ्रो और कैच करना ।
  • छोटी वस्तुओं को आसानी से पकड़ना और संभालना ।
  • आप के प्रत्येक कार्यों की नकल करना ।


3-4 साल के बच्चे का मानसिक विकास:


अब हम 3-4 साल के बच्चे के मानसिक विकास के बारे में चर्चा करेंगे -

  • आपकी बातों को अच्छे से समझ सकता है ।
  • भाषा ज्ञान का विकास होता है ।
  • इमोशन डेवलप हो रहे होते हैं ।
  • बौद्धिक क्षमता का विकास होता है ।
  • सामाजिकता विकसित होती है ।
  • घर या आसपास के माहौल को Adopt करता है ।
  • देखकर तुरंत सीखता है ।
  • सामान्य वस्तुओं और चित्रों को उनके नाम से पहचानता है ।
  • दूसरे बच्चों के साथ तालमेल बिठाना ।
  • अपनेपन की भावना का अनुभव ( चाहे 'मेरा' या 'उनका' ) ।


इन बातों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता:


ऐसे तो बच्चे की हर गतिविधि पर हमें नजर रखनी चाहिए लेकिन इस समय बच्चा खुद से खेलना या  अपने दैनिक कार्यों को करना तथा नई-नई चीजें करना सीखता रहता है तो हम माताओं को थोड़ा सा रिलैक्स मिलने लगता है, इसलिए जरूरी है कि बच्चे की कुछ विशेष गतिविधि पर ध्यान दिया जाए।

                   
3-4 saal k bache ka vikas


क्योंकि अक्सर बच्चे समान्य रूप से विकसित होते रहते हैं लेकिन कभी-कभी कई बच्चों में से किसी एक बच्चे में विकास की दर धीमी या अवरोधक गति से होती पाई गई है।


तो आइए जानते हैं कि 3-4 साल के बच्चों में किन बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है-


  • बच्चे बिना सहारे चलता हो ।
  • दौड़ने या सीढ़ी चढ़ने में बैलेंस बना लेता हो ।
  • हाथों की सभी उंगलियों का उपयोग करता हो।
  • दोनों हाथों का प्रयोग एक साथ करता हो ।
  • किसी चीज को देखने या सुनने में क्या प्रतिक्रिया है ।
  • कई शब्दों को स्पष्ट रूप से व्यक्त नहीं कर पाता हो ।
  • आपके सरल आदेशों का पालन नहीं कर पाता हो ।
  • पहले से सीखे गए कौशल को भूल जाता हो।
  • ज्यादा लोगों के बीच घबराता हो ।
  • स्वभाव से बहुत चिड़चिड़ा रहता  हो 

उपरोक्त में बताए गए किसी भी बातों के लक्षण अगर बच्चे में दिखाई देते हैं तो चिकित्सीय परामर्श आवश्यक है । क्योंकि स्वभाव में चिड़चिड़ापन शरीर की आंतरिक समस्याओं के कारण भी हो सकता है ) ।


कई बार देखा गया है कि ऐसी किसी भी प्रकार की समस्या से ग्रसित बच्चों को समय से डॉक्टर को दिखा कर उपचार कराने के बाद उसके संतुलित विकास और उत्तम स्वास्थ्य मे लाभ पाया गया है ।


बच्चे हमारे जीवन का अनमोल तोहफा है उनके विकास में अपने दुलार और केयर का काला टीका जरूर लगाएं।


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इस लेख को पढ़ने और हमारा मनोबल बढ़ाने के लिए आप सभी को धन्यवाद । आप सभी इस लेख के बारे में अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें, साथ ही यह भी बताएं बच्चों से संबंधित वह कौन सा विषय है जिस पर हम अपने लेख में चर्चा करें और वह हम सभी के लिए लाभकारी हो।


-धन्यवाद 


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