कैसे समझें 2 साल से 3 साल के बच्चे का विकास ?बचपन, बच्चे और उनका मनोविज्ञान की श्रृंखला

कैसे समझें 2 साल से 3 साल के बच्चे का विकास ,बचपन, बच्चे और उनका मनोविज्ञान की श्रृंखला ,How to understand the development of a child from 2 years to 3 years? Series of childhood, children and their psychology

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बचपन, बच्चे और उनका मनोविज्ञान की इस श्रृंखला में अब हम 24 माह से 36 माह के बच्चे यानी कि 2 वर्ष से 3 वर्ष के बच्चे के विकास,उसके समझ की तथा उसमें भविष्य की तैयारियों के बीजारोपण को कैसे किया जाए इस पर चर्चा करेंगे।




    2 साल का बच्चा क्या-क्या कर सकता है?

      2 वर्षीय बच्चा अपने को बड़ा समझता है, बड़े की तरह वह स्वयं से प्रत्येक कार्य को करना चाहता है, बड़े बालक की तरह ही व्यवहार करता है लेकिन इसके साथ ही साथ वाह यह भी चाहेगा कि उसके साथ व्यवहार छोटे बच्चे की तरह ही किया जाए जैसे ज़िद ना पूरी होने पर रोने पर लाड-प्यार मिलना,सरप्राइज मिलना, डांट ना पडना आदि। इस समय बच्चा आपकी इच्छानुसार गतिविधि करें यह जरूरी नहीं। हो सकता है वह गलतियों को बार-बार दोहराए। ऐसे में बच्चों के साथ धैर्य से व्यवहार करें। अब 2 वर्षीय बच्चे का पूरा दिन गतिविधियों से भरा होगा जिसकी चहचहाहट आपको खुशियों से भर देगी।


    2 -3 साल के बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास कैसा होता है?


    2 साल के बच्चे का शारीरिक विकास के साथ ही साथ मानसिक विकास बहुत तेजी से होता है।ऐसे में बच्चे के डेवलपमेंट को हम दो भागों में समझने की कोशिश करते हैं-

    • शारीरिक विकास  (body movement)

    • मानसिक विकास  (skill development)



    2-3 साल के बच्चे का शारीरिक विकास ,Body movement of 2 -3 year old  baby


    2 साल से ढाई साल का बच्चा आसानी से चलना,दौड़ना, कूदना, चढ़ना, खिलौने खेलना, खुद से भोजन करने की कोशिश करना, दो या तीन शब्दों के छोटे-छोटे वाक्य बोलना आदि क्रियाएं करने लगता है। यह सब क्रियाएं दिमाग, तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों के साथ-साथ कार्य करने से होती है। जब बच्चा अपने शरीर को स्थिर करना सीख लेता है तो वह धीरे-धीरे अपने हाथ-पैर, गर्दन आदि को अपने अनुरूप गति देना चाहता है।मांसपेशियों को अपने अनुरूप इस्तेमाल करने की इस प्रक्रिया को मोटर स्किल कहते हैं।इसे दो भागों में समझा जा सकता है-

    • ग्रॉस मोटर स्किल्स

    • फाइन मोटर स्किल्स

     


    ग्रॉस मोटर स्किल्स क्या है?


    जिसमें बच्चा शरीर की बड़ी मांसपेशियों की गतिविधियों से नियंत्रित रूप में क्रिया करता है

     जैसे-

    • पैर की मांसपेशियो से चलना, दौड़ना, उछलना, कूदना, सीढ़ी चढ़ना। 

    • हाथ की मांसपेशियों से हाथ को ऊपर-नीचे घुमाना, आगे-पीछे घुमाना, मोड़ना, कोई कार्य करना।

    • गर्दन की मांसपेशियों नियंत्रित रूप से ऊपर-नीचे या दाएं से बाएं घुमाना

    इसे ग्रॉस मोटर स्किल कहते हैं।


    फाइन मोटर स्किल्स क्या है?


    जिसमें बच्चा शरीर की छोटी-छोटी मांसपेशियों को नियंत्रित रूप से काम में लेता है 

    जैसे-

    • हाथों कीअंगुलियों की मांसपेशियां नियंत्रित करके छोटा या बड़ा सामान उठाना, पेंसिल पकड़ना, खुद से भोजन करना आदि।

    • हॉट,जीभ तथा तालु का तालमेल बिठाकर सही उच्चारण के साथ बोलना।

    • आंखों की पुतलियों की मांसपेशियां।

    • आदि

    यह फाइन मोटर स्किल कहलाता है।


    2-3 साल के बच्चे का मानसिक विकास , Mental and skill development of 2-3 year old baby


    2 वर्षीय बच्चे का मानसिक विकास बहुत तेजी से होता है।बच्चे जो देखते हैं,उसी को अपनाते हैं। ऐसे में बच्चों के साथ बात-व्यवहार उचित ढंग से होना आवश्यक है, क्योंकि अब आपका बच्चा बाहर समाज से जुड़ने की तैयारी में है। 2.5 साल से 3 साल पूरा होते-होते बच्चे को प्ले स्कूल में भेजना शुरू हो जाता है, बच्चों के नए -नए दोस्त बनते हैं, बच्चे का सामाजिकरण होना शुरू हो जाता है। तो ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजने से पहले बच्चों में गुड मैनर्स, गुड हैबिट्स और सेफ्टी सेंस यानि सुरक्षात्मक सोच का विकास करना जरूरी है।

        

    ऐसे में स्किल डेवलपमेंट को हम नीचे दिए गए निम्न भागों में समझ सकते हैं-

    • Social skill

    • Life skill

    • Language skill

    • Writing skill

    • Sense of safety


    स्किल डेवलपमेंट पर विस्तृत रूप से चर्चा हम अगले लेख में प्रस्तुत करेंगे।जिसमें स्कूल भेजने से पहले बच्चों में क्या-क्या आदतों का विकास करना जरूरी है जिससे बच्चे सुरक्षित रहें,साथ ही साथ क्लास में अन्य बच्चों के सामने उनमें किसी प्रकार की हिचक या शर्मिंदगी की भावना ना आने पाएं।


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