इंडोर गेम खेलें
खेल का बच्चों के जीवन में क्या महत्व है?
लॉकडाउन में बच्चों के साथ इंडोर गेम कैसे खेले?
खेल का बच्चों के जीवन पर एक विशेष असर पड़ता है। खेल के माध्यम से उनकी शारीरिक गतिविधियां बढ़ती हैं, जिससे उनका शारीरिक विकास और मानसिक विकास दोनों ही बेहतरीन ढंग से होता है। ऐसे तो बच्चे स्कूल,स्कूल के बाद ट्यूशन क्लास, एक्स्ट्रा एक्टिविटी क्लास में बिजी रह जाते थे और उनका पूरा दिन भी जाया करता था लेकिन लॉकडाउन में वे केवल ऑनलाइन क्लास तक सीमित हो गए हैं।दोस्तों के साथ खेल नहीं सकते, घर से बाहर निकलना भी नहीं है। ऐसे में बच्चे बोर हो जाते हैं। इस समय बच्चों की छुट्टियां हैं,तो आपको थोड़ा वक्त निकाल कर उनके साथ खेलना चाहिए।कोरोना के कारण बच्चे बाहर नहीं जा सकते तो आपको इंडोर गेम्स से बच्चों के साथ समय बिताना चाहिए ।
हम सब ने अपने बचपन में कई तरह के इंडोर गेम जैसे कैरम,लूडो,गिट्टी,कार्ड,रस्सी कूद,कटम फुट,पजल्स गेम बहुत से खेल खेले हैं ।यह सब खेल हमें अपने बच्चों के साथ मिलकर खेलना चाहिए ,उन्हें भी इंडोर गेम्स के बारे में जानकारी देना चाहिए, इसकी महत्व के बारे में समझाना चाहिए कि कैसे इंडोर गेम्स एक से अधिक लोग मिलकर साथ में एक टीम की तरह खेलते हैं।इससे बच्चों में एक टीम भावना भी विकसित होती है साथ मिलकर खेलने से बच्चों को आपके साथ खेलने मे आनंद बहुत आता है।आपके साथ खेलना उन्हें खुशियों से भर देता है, आपका समय और अटेंशन उनमें नई स्फूर्ति से भर देता है।
ऐसे में तो बच्चों की पढ़ाई से मनोरंजन तक का साधन फोन ही बन गया है तो इन इंडोर गेम से उन्हें नए गेम सीखने को मिलेगा।जिन्हें वह इंजॉय कर सकेंगे साथ ही साथ हो और टीवी से भी कुछ समय के लिए दूर रहेंगे।
3 वर्ष से 8 वर्ष तक के बच्चों को पजल गेम दे।पजल गेम की हेल्प से बच्चे पढ़ना भी जल्दी सीखते हैं, चीजों को बनाना सीखते हैं,जोड़ना सीखते हैं, उन्हें एक आकृति,नया रूप देना सीखते हैं। इससे बच्चों में सृजनात्मकता विकसित होती है। बच्चे नए-नए रूप का सृजन करते हैं,कि पजल गेम के माध्यम से वह क्या-क्या बना सकते हैं? कैसे बना सकते हैं।
1 टिप्पणियाँ
Good
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