छोटे बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी कैसे कराएं ?

 

फिजिकल एक्टिविटी , What is physical activity?

कोरोना काल, Lockdown और बच्चो की एक्टिविटी में फिजिकल एक्टिविटी विशेष महत्वपूर्ण है क्योंकि lockdown में सब कुछ मोबाइल और टीवी पर ही सिमट कर रह गया  है बच्चे भी online क्लास और गेम खेलकर बोर हों चुके है | फिजिकल एक्टिविटी से जहाँ बच्चे शारीरिक रूप से फिट होते है वही दूसरी तरफ उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है|


स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है




    फिजिकल एक्टिविटी क्या है?


    बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी है| बढ़ती उम्र के अनुसार बच्चों के लिए अलग-अलग तरह की फिजिकल एक्टिविटी की गतिविधियां जरूरी होती है | इन गतिविधियों में खेलना ,कूदना ,दौड़ना, योगा -व्यायाम, एक्सरसाइज, मनोरंजन ,शारीरिक शिक्षा आदि शामिल है जो बच्चों के शरीर को ऊर्जा से भर देती है और उनमें एक नई स्फूर्ति जगाती है|

                                                 


    फिजिकल एक्टिविटी के क्या फायदे है?


    मनोवैज्ञानिकों ने माना है कि खेलकूद में एक्टिव रहने वाले बच्चों में कंसंट्रेशन और चीजों को जल्दी समझने तथा सीखने की क्षमता ज्यादा होती है | फिजिकल एक्टिविटी से पॉजिटिव एनर्जी आती है साथ ही आत्मविश्वास और परस्पर सहयोग की भावना भी जागृत होती है | फिजिकल एक्टिविटी करने वाले बच्चों का मेटाबॉलिज्म फंक्शन और कार्डियोवैस्कुलर फंक्शनिंग भी बेहतर होती है जिससे बच्चे निरोगी रहते हैं ,स्वस्थ रहते हैं और बच्चों का शारीरिक विकास बहुत ही बेहतर ढंग से होता है |


    फिजिकल एक्टिविटी का सीधा असर बच्चों के मस्तिष्क विकास और उनकी पढ़ाई पर दिखता है | नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से मस्तिष्क के हिम्पोकैंपस एरिया की फंक्शनिंग बेहतर होती है या एरिया लर्निंग और verbal मेमोरी में मदद करता है | इससे बच्चों की सोचने समझने की क्षमता और याददाश्त पर अच्छा प्रभाव पड़ता है बच्चों में कंसंट्रेशन बढ़ती है | और बच्चे एकेडमी परफॉर्मेंस में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं|


    छोटे बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी कैसे कराएं ?



    अलग-अलग उम्र के बच्चों के लिए फिजिकल एक्टिविटी की विभिन्न प्रकार की गतिविधियां होती हैं जैसे 2 साल के बच्चे जो नया नया चलना सीखते हैं उन्हें भागना, घूमना और  कूदना जैसे खेल अच्छे लगते हैं |इन गतिविधियों में आप भी बच्चों के साथ खेल में शामिल हो  साथ ही  खुद भी सावधानी रखें और बच्चों को भी सावधान रहने के लिए बार-बार सतर्क  करती रहे | इस उम्र के बच्चों को आपके साथ की बहुत जरूरत होती है | इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें कभी अकेला ना छोड़े |


    3 वर्ष से 5 वर्ष के उम्र के बच्चों की फिजिकल एक्टिविटी

    3 वर्ष से 5 वर्ष के उम्र के बच्चों को शारीरिक गतिविधियों में भागना ,रस्सी कूदना, साइकिल चलाना, तैराकी करना डांसिंग, एक्सरसाइज करना यह सब आवश्यक है |


    उपरोक्त सभी गतिविधियां 6 वर्ष से ऊपर के बच्चों के लिए समान हैं इसके अलावा अब बच्चों को लंबी कूद , जिमनास्टिक कराटे आदि भी सिखाया जा सकता है|



    फिजिकल एक्टिविटी में ध्यान रखने वाली बातें


    1 - बच्चों की एक्सरसाइज में इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि यह आपकी देखरेख में हो | जिससे बच्चों को सही तरीके से गतिविधियां कराने में मदद किया जा सके क्योंकि अगर गलत तरीके से या ज्यादा खिंचाव से बच्चे एक्सरसाइज करेंगे तो उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है |


    2- बच्चों को मोटीवेट कर एक्सरसाइज करवाना चाहिए |


    3- फिजिकल एक्टिविटी को बच्चों के टाइम टेबल में जरूर शामिल करें |


    4- बचपन से ही उनकी रूटीन में शारीरिक व्यायाम होना चाहिए |


    5- जब बच्चे बचपन से ही फिजिकल एक्टिविटी करना शुरू कर देते हैं तो  फिर बड़े होने पर वह उनकी दिनचर्या बन जाती है जिससे वह हमेशा स्वस्थ रहते हैं |


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