Happy Daughter's day 2022

 Daughter's day 2022, Shambhav


आज के बदलते परिवेश में, भारत में बेटियों के प्रति नजरिए को लेकर बहुत बड़ा बदलाव आया है।

आज हम उन्हें उनके सपनों को हकीकत का रूप देने के लिए, उनके अस्तित्व की तलाश के लिए, हम उनकी मदद कर सकते हैं उन्हें आत्मनिर्भर बना कर।


  Happy Daughter's day


हर माता-पिता अपनी बेटियों को हर रोज नहीं बल्कि हर क्षण प्यार करते हैं, इसीलिए इस खास प्यार को और खास बनाने के लिए यह विशेष दिन बनाया गया है। 


हमारे देश में


डॉटर्स डे मनाने के खास वजह यह भी है कि बेटियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाए, उन्हें शिक्षित- प्रशिक्षित किया जाए, साथ ही साथ बेटियों के प्रति लोगों में भी जागरूकता को फैलाया जाए। 


कन्या भ्रूण हत्या, बेटी को ना पढ़ाना, घरेलू हिंसा, दहेज जैसे आदि दुष्कर्म से बेटियों को बचाने उन्हें सुरक्षित समाज एवं सुरक्षा के तौर तरीकों से परिचित कराने, बेटियों को उनके अस्तित्व उनके महत्व के बारे में उन्हें स्पेशल महसूस कराने के लिए बेटी दिवस एक अच्छा अवसर है।


 



पिता के घर में नाजुक सी कली जो दुआओं और संस्कारों से सीची गई है विवाह के पश्चात वह अपने संस्कारों और आदर्शों से अपने मायके और ससुराल दोनों परिवारों में संपन्नता और प्रसन्नता भर देती है। 


शादी के पश्चात वही बेटी एक पत्नी, एक मां, एक भाभी, एक बहू, अलग-अलग किरदारों में कल्पवृक्ष के समान सबको अपने सद्गुणों की छाया में संजोए रहती है।


यहां मैं बेटी दिवस के मौके पर एक बेटी के लिए  कविता, एक बेटी की जुबानी प्रस्तुत करने जा रही हूं। 


जो मेरी छोटी बहन समान है एवं स्वयं एक नारी के रूप में कल्पवृक्ष के समान है, साथ ही वह एक विद्यालय में बच्चों की काउंसलर के पद पर भी कार्यरत हैं, जिनका शुभ नाम है श्रीमती मृदुला पाण्डेय।


आज मैं यहां उनकी एक कविता के माध्यम से एक बेटी के लिए भावों की अभिव्यक्ति प्रस्तुत कर रही हूं-


  


जैसे ठिठुरन को लेकर आती है सर्दियां,

वैसे सब का बचपन लेकर आती है बेटियां।


बातों से ऐसे हैं रस टपकता

पंछी जैसे हाथों से दाना है लपकता,

बोली छू जाती है मन को ऐसे

पंछी के छुअन की सिहरन हो ऐसे।

जैसे बर्फ से ढकी सुंदर हो वादियां,

वैसे सब का बचपन लेकर आती है बेटियां।।


मां की थकान को चेहरे से जान जाती हैं

छोटे छोटे हाथों से सारा काम थाम लेती हैं,

पापा-बाबा की दोस्त बन जाती है

कभी दुश्मन बन दोनों से ठन जाती हैं।

जैसे सुनहरे पानी से भरी बहती हो नदियां,

वैसे सब का बचपन लेकर आती है बेटियां।।


         -श्रीमती मृदुला पाण्डेय

 

देश की सभी बेटियों को बेटी दिवस की बहुत-बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं। 


ऐसे ही समाज के प्रत्येक क्षेत्र में आप कामयाबी पाती रहे और आने वाले समय में बेटियों के लिए एक नया मुकाम खड़ा करें ।


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