बच्चों को मोबाइल से दूर कैसे करें? Shambhav | Shambhavi pandey

बच्चों को मोबाइल से दूर कैसे करें,कैसे छुड़ाएं मोबाइल से कैसे बचाएं ,मोबाइल के नुकसान ,दुष्प्रभाव ,मोबाइल के हानि एवं लाभ in hindi |Kaise karen bacchon ko mobile se dur 

बच्चों को मोबाइल से दूर कैसे करें,कैसे छुड़ाएं मोबाइल से कैसे बचाएं ,मोबाइल के नुकसान ,दुष्प्रभाव ,मोबाइल के हानि एवं लाभ in hindi


पूरे दिन मोबाइल देखते रहते हो, आंखें खराब हो जाएंगी, अब बिल्कुल ना छूना मोबाइल- शिवम से उसकी मां गुस्साते हुए कहती हैं।

आजकल यह प्रॉब्लम हम सभी पेरेंट्स की परेशानी का कारण है।

क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों हो रहा है छोटे बच्चे पूरे दिन मोबाइल में क्यों लगे रहते हैं?

पहले के समय घर में एक टीवी होती थी तब प्रत्येक सदस्य साथ बैठकर देखते थे। आज के समय में हर हाथ में मोबाइल के रूप में टीवी है जो संपर्क का भी साधन है और मनोरंजन का भी।

जब घर का प्रत्येक सदस्य हर समय मोबाइल लिए देखता रहता है तो ऐसे में हम छोटे से बच्चे से क्यों आशा करते हैं कि वह मोबाइल ना देखें।

चूंकि
छोटे बच्चे को तो कोई ज्ञान नहीं होता नुकसान और फायदे का। वह तो अपने बड़ों को जो करते देखता है वही सीखता है।


बच्चों को मोबाइल से दूर कैसे रखें? बच्चों को मोबाइल से कैसे बचाएं ? बच्चों से मोबाइल कैसे छुड़ाएं?

तो आइए जाने बच्चों को कुछ देर के लिए ही सही मोबाइल से दूर कैसे रखा जा सकता है-
  • मोबाइल देखने का समय कम और निश्चित होना जरूरी है।

  • आपका बच्चा मोबाइल में क्या देखें इसे आप सुनिश्चित करें ना कि बच्चे की पसंद पर छोड़े।

  • मोबाइल ज्ञान का बहुत बड़ा शोत्र भी है, बच्चे को इसे ज्ञान प्राप्ति के रूप में इस्तेमाल करना सिखाएं।

  • एकदम अचानक से हम बच्चों का मोबाइल देखना बंद नहीं करवा सकते तो मोबाइल देखने का समय धीरे-धीरे कम करें।

  • मोबाइल से डायवर्ट करने के लिए बच्चों को घुमाने ले जा सकते हैं।

  • बच्चों को puzzle game में व्यस्त करें।

  • सुरक्षित ढंग से आउटडोर के गेम से परिचित कराएं।

  • बच्चों को रचनात्मक एवं सृजनात्मक कार्यों में व्यस्त कर सकते हैं।

  • बच्चों को चित्र कथा की किताबों की माध्यम से कहानी पढ़कर सुनाएं।

  • जितनी भी दे बच्चे मोबाइल देखें एक उचित दूरी से ही देखने दे ना कि हाथ में मोबाइल लेकर।

  • स्वयं बच्चों को समय दें।

  • घर के बड़े सदस्य भी अनावश्यक मोबाइल ना देख कर बच्चों को समय दें।

  • 24 घंटे में कम से कम 15 मिनट ही सही घर का प्रत्येक सदस्य एक साथ बैठकर बातें करें। उस समय कोई भी मोबाइल का प्रयोग ना करें।

  • 15 मिनट की क्वालिटी टाइम में छोटे बच्चे को भी मोबाइल बिल्कुल ना देखने दे।

मोबाइल संपर्क करने का साधन है,दूर बैठे अपनों को जोड़ने का साधन है ना कि पास रहने वाले अपनों को ही एक कमरे में ही अलग अलग करने का। 

जैसा कि मैंने ऊपर में बताया है कि मोबाइल ज्ञान का स्रोत भी है तो मैं अपने अगले लेख में यह चर्चा जरूर करूंगी कि छोटे बच्चे को मोबाइल से क्या-क्या और किस प्रकार सिखाया जा सकता है।

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