जिद्दी बच्चों को कैसे सुधारे | Shambhav |शाम्भवी पाण्डेय

कुछ खास टिप्स , जिससे जिद्दी बच्चे को आसानी से करें हैंडल,
जिद्दी बच्चों को कैसे सुधारे , कैसें पढ़ायें, कैसे समझें ,क्या करें , सुधारने के उपाय , कैसे सिखाएं 

                                                                     
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अक्सर जब हम कहीं जाते हैं या किसी के घर आने पर बच्चों के जिद्दी स्वभाव के कारण मां को कई बार शर्मिंदगी महसूस होती है।


बच्चे को बहुत समझाने पर या उसका माइंड डाइवर्ट करने पर भी बच्चा जिद्द नहीं छोड़ता।


तो ऐसे में अपनाएं यह खास टिप्स जिससे बच्चे होंगे आसानी से हैंडल।


    जिद्दी बच्चों को कैसे समझे?

    सबसे पहले जरूरी है हम बच्चे की जिद्द के कारण को समझे। अक्सर कई बार बच्चे भूखे होते हैं या नीद पूरी नहीं होती या कई बार वायरस जैसी अस्वस्थता के बाद बच्चों में चिड़चिड़ापन आने से बच्चे जिद्द करते हैं।


    तो सबसे पहले बच्चे की जिद के कारण को तलाशें।


    जिद्दी बच्चों के लिए क्या करना चाहिए?


    उसके बाद बच्चे का माइंड डाइवर्ट करें।

    उसे उसकी पसंद की कोई चीज खिलाकर, कहीं घुमाने ले जाकर, कोई गिफ्ट दिलाने की बात समझा कर बच्चे के माइंड को डाइवर्ट करें। ज्यादातर बच्चा जिद वाली बात फिर भूल जाता है।



    जिद्दी बच्चों को कैसे सुधारे,  सुधारने के उपाय

           लेकिन अगर बच्चा इन सब के बाद फिर से जिद करने लगे तो ऐसे में क्या करें आइए जानते हैं-


    1. सबसे पहले एक बार फिर से कोशिश करें बच्चे के माइंड को डायवर्ट करने की

    2. जिस चीज के लिए बच्चा जिद कर रहा है उसे बच्चे की नजर से दूर करें

    3. बच्चे के इमोशनस से जुड़े

    4. उसके मन की मुताबिक सिर्फ उससे बातें करें कि जो वह कह रहा है आपका मन भी वही        कर रहा है पर जिद्द का यह तरीका गलत है

    5. जब बच्चा जिद्द में गुस्सा कर रहा हो, रो रहा हो, उस समय आप धैर्य के साथ उससे पेश आएं

    6. बच्चे पर गुस्सा करने से बचें उस समय उसे डांटे नहीं

    7. जब बच्चा शांत हो जाए तब उसे समझाएं कि अगर वह जिद्द करना छोड़ देता है तो उसे उसकी पसंद की हर चीज मिलेगी

    8. अगर बच्चे के जिद्द पर आप उस पर गुस्सा करते हैं या फिर बच्चे को मार देते हैं तो जल्दी शान्त होकर बच्चे से Sorry  जरूर बोले, उसे गले लगाकर इमोशनली समझाएं

    9. कहीं जाने से पहले बच्चे को समझाएं कि जहां वह जा रहा है वहां वह बिल्कुल भी जिद्द नहीं करेगा, नहीं तो उसे अगली बार साथ में नहीं ले जाया जाएगा या वहां के लोग उसे Bad boy या Bad girl कहेंगे

    10. किसी के आपके घर आने से पहले बच्चे को Sharing करने की बात जरूर याद दिलाएं, इससे बच्चों में जिद्द कम हो जाती है

    11. कभी-कभी बच्चों के साथ अनुशासन के लिए थोड़ा सख्त रुख भी अपनाना पड़ता है लेकिन यह बात ध्यान रहें बच्चों को सबके सामने ना डाँटे क्योंकि अन्य किसी के सामने डाँटने से बच्चे के मन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।


    मैं स्वयं 2 बच्चों की मां हूं और उपरोक्त में बताई हुई व्यवहारिक बातों से ही practically मैं भी अपने बच्चों को उनकी जिद्द छुड़ाने में सफल हुई हूं। क्योंकि बच्चे बहुत छोटे होते हैं वह अपनी भावनाओं को, अपनी बातों को,सिर्फ बातों के माध्यम से व्यक्त नहीं कर पाते। इसलिए वह रो कर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं।


    इसलिए जरूरी है बच्चे के इमोशन से जुड़िए। बच्चे के जिद्दी होने के कारण को तलाशिएं 


      







    और जो उसकी belief बन रही है, उसका जो देखकर विश्वास बनना है, उसको चेंज करिए। बच्चे का behaviour अपने आप ठीक हो जाएगा ।


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