पानी कब नहीं पीना चाहिए ?पानी की आवश्यकता , पानी की उपयोगिता , Shambhav, शाम्भवी पाण्डेय
मछली जल की रानी है,
जीवन उसका पानी है,
हाथ लगाओ डर जाएगी,
बाहर निकालो मर जाएगी।
सिर्फ मछली ही नहीं हम इंसान को भी पानी की आवश्यकता मछलियों जैसी ही है।
अगर हमे बहुत ज्यादा प्यास लगी हो और कुछ घंटे पानी पीने को ना मिले तो हम इंसान भी झटपटाने लगते हैं क्योंकि हमारा शरीर 70% पानी से निर्मित है।
ह्यूमन बॉडी में पानी की भूमिका
ह्यूमन बॉडी 75 %से भी ज्यादा पानी से निर्मित होती है। रीढ की हड्डी के हिस्से के निर्माण में 80%, हड्डियों में लचीलापन और चिकनाहट बनाए रखने के लिए पानी की विशेष भूमिका होती है।
शरीर की अन्य हड्डियों में 22%, दांतों में 10%, त्वचा में 20%,मस्तिष्क में 75% , मांसपेशियों में 70%,ब्लड में 83%।
प्रतिदिन हमारे शरीर से 2 लीटर से 2.5 लीटर तक पानी विभिन्न रास्तों जैसे पसीने के रूप में,मल एवं मूत्र के रूप में,सास द्वारा फेफड़ों से बाहर निकल जाता है।
इसलिए ह्यूमन बॉडी को पानी की आवश्यकता बहुत ही ज्यादा होती है।
प्रतिदिन कितना पानी पिए ?
हमारे शरीर में पानी की क्या आवश्यकता है यह तो हम सब समझ चुके हैं | लेकिन
प्रतिदिन हमें कितना पानी पीना चाहिए ? यह भी जानना बहुत जरूरी है।
बचपन से ही हम और आप यह सुनते आ रहे हैं कि प्रतिदिन हमें 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए , मतलब कम से कम 2 लीटर।
लेकिन जैसे प्रत्येक व्यक्ति की उम्र और वजन अलग-अलग होता है ठीक उसी प्रकार उनके शरीर को पानी की मात्रा की आवश्यकता भी भिन्न-भिन्न होती है।
इसलिए प्रतिदिन संभव हो तो 2 लीटर पानी अवश्य पीएं।
लेकिन शरीर की जरूरत के हिसाब से इस मात्रा को कम या ज्यादा किया जा सकता है।
इसीलिए जितनी शरीर में पानी की आवश्यकता , उतना पानी की आपूर्ति।
परंतु यह बात का विशेष ध्यान रखें की पानी थोड़ा-थोड़ा करके पीएं, एक साथ ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए |
बच्चों को प्रतिदिन कितना पानी पिलाएं ?
बच्चों का शरीर लगातार डेवलप होता रहता है, तो बच्चों के विकास में पानी बहुत जरूरी है। इसके लिए बच्चों में कम उम्र से ही पानी पीने की आदत डालनी चाहिए।
2 से 5 साल के छोटे बच्चों को प्रतिदिन कम से कम 5 बड़े कप पानी जरूर पीना चाहिए।
बच्चों की बढ़ती उम्र की आवश्यकता एवं मौसम के अनुसार पानी की मात्रा को कम या ज्यादा करना चाहिए।
पानी कब नहीं पीना चाहिए ?
ह्यूमन बॉडी में पानी की आवश्यकता को हम सब बहुत अच्छे से समझ चुके हैं ,
लेकिन किसी कार्य को करने का सही समय और सही तरीका होना बहुत जरूरी होता है।
गलत समय पर किया गया कार्य हमें लाभ के स्थान पर नुकसान पहुंचा सकता है।
ठीक उसी प्रकार पानी पीना स्वास्थ्य के लिए जितना लाभकारी है , उतना ही पानी का असमय पीना उत्तम स्वास्थ्य की दृष्टि से उचित नहीं माना जाता।
तो आइए जानते हैं कि हमें पानी कब नहीं पीना चाहिए
भोजन के तुरंत पहले या तुरंत बाद
चिकनी चीजें जैसे दूध,मलाई, मक्खन, घी, मेवा,मिठाई खाने के बाद
फल खाने के बाद
खीरा,ककड़ी, खरबूजा इत्यादि खाने के बाद
सोकर उठने पर तुरंत
गर्म चीजें जैसे चाय, दूध,गर्म भोजन के ऊपर
व्यायाम, कड़ी धूप, कठिन परिश्रम, लू के बाद तुरंत
जुलाब आने पर
एनिमा लेने के 15 मिनट तथा 15 मिनट पश्चात तक
पानी पीकर तुरंत पेशाब नहीं करना चाहिए |
उपरोक्त अवसरों में अलग-अलग चीजें खाने या भिन्न-भिन्न क्रियाओं के बाद पानी पीने से सर्दी, जुखाम, सर दर्द, आंते कमजोर होना आदि कई प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए उपरोक्त अवसरों को छोड़कर पर्याप्त जल का प्रयोग करें।
उचित समय पर पानी पिएं और शरीर को स्वस्थ रखें।

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