भविष्यवाणी कैसे की जाती है ? पूर्वाभास क्या है ? How is prediction done? what is foreshadowing?संभव,shambhav, शाम्भवी पाण्डेय

भविष्यवाणी कैसे की जाती है ? पूर्वाभास क्या है ? How is prediction done? what is foreshadowing?संभव,shambhav, शाम्भवी पाण्डेय

हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में कई बार ऐसा होता है कि हम कुछ सोचते हैं वह हमें प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देती है। कई बार ऐसा होता है कि किसी घटना के घटने से पहले ही हमें उसके बारे में पता चल जाता है या हमें उन घटनाओं के बारे में जानकारी हो जाती है जो हमारे सामने नहीं होती,कभी सपनों के माध्यम से तो कभी विचारों के माध्यम से।

                  


सामान्यता सभी व्यक्तियों में ऐसी शक्तियां नहीं होती कि वह बिना किसी कारण या तर्क के सत्य की भविष्यवाणी कर सकें लेकिन ऐसे कई व्यक्तियों के उदाहरण हैं जिनके पास यह शक्तियां हैं ।


फ्रांसीसी भविष्यवक्ता माइकल दि नास्त्रेदमस (Nostradamus 2021 predictions) ने सैकड़ो साल पहले " लेस प्रोफेसीस" नाम की एक किताब के जरिए कई भविष्यवाणियां की थीं,उनमें से 70 फ़ीसदी से ज्यादा सच साबित हुई हैं जैसे -

  1. 2021 में एक ऐसा अकाल आएगा, जिसका सामना दुनिया ने पहले कभी नहीं किया,दुनिया की आबादी का एक बडा हिस्सा इस तबाही से उबर नहीं पाएगा ।
  2. पृथ्वी से धूमकेतु के टकराने की बात , जो भूकंप और कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का कारण बनेगी। NASA के वैज्ञानिक भी पहले ही ऐसी ही आशंका जाहिर कर चुके हैं।

तो क्या आपने कभी सोचा कि आखिर यह क्या है? किसी घटना के घटने से पूर्व ही हमें उसका आभास हो जाता है।तो आइए आज के अपने इस एपिसोड में हम जानेंगे कि पूर्वाभास क्या है? किसी भी घटना के घटने से पूर्व भी हमें उसका आभास कैसे हो जाता है?


कई बार हमें स्पष्ट रूप से पता चल जाता है कि दूसरा व्यक्ति किस बारे में विचार कर रहा है या हमारे मन में कोई विचार आता है वह हमें प्रत्यक्ष रूप में कुछ समय पश्चात दिख जाता है। 


ऐसा हमारे पांचों ज्ञानेंद्रियों यानी कि five sense आंख,कान,नाक,जीभ और त्वचा का उपयोग किए बिना होता है। इसलिए हम इस क्षमता को सीअति संवेदी बोध' (extra sensory perception) कहते हैं। इसका शाब्दिक अर्थ होता है पांचों ज्ञानेंद्रियों से परी की जागरूकता अर्थात् हमारी छठी इंद्रिय ।


ई .एस .पी. Extra sensory perception की प्रामाणिकता के बारे में वैज्ञानिकों के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक भी भिन्न-भिन्न मत रखते हैं । ई.एस .पी . की व्याख्या के लिए कई प्रयोग किए गए और इन प्रयोगों के लिए चार मूल पहलू माने जाते हैं -

  • दूरसंवेदन  (Telepathy)
  • अतीन्द्रिय दृष्टि (Clairvoyance) 
  • पूर्वज्ञान  (precognition)
  • मनोगति संवेदन  (Psycho-kinesis)

ई. एस पी .अनुसंधानकर्ता इसके लिए ताश की एक विशेष गड्डी का उपयोग करते हैं । इस गड्डी में 25 पत्ते होत हैं, जिन पर क्रॉस,गोला,सितारे,लहरदार-रेखाएं,चौकोर-आकृति आदि बने होते हैं |


दूरसंवेदन क्या है ? what is  Telepathy ?


टेलीपैथी के प्रयोगों में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के विचारों को पढ़ने की कोशिश करता है,इसके लिए वह यह अनुमान लगाता है कि दूसरा व्यक्ति कौन सा पत्ता पकड़े हुए हैं ।


टेलीपैथी के अंतर्गत एक व्यक्ति द्वारा बिना किसी स्पष्ट माध्यम की मदद से दूसरे व्यक्ति तक विचारों,भावनाओं या ज्ञान को भेजने की क्रियाएं आती है, इसे विचारों का स्थानांतरण कहा जाता है ।


अतिंद्रीय दृष्टि क्या है ? What is Clairyoyance ?


अतिंद्रीय दृष्टि उस मानसिक जागरूकता को कहते हैं जिसमें एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति की दूर संवेदी सहायता के बिना अपनी दृष्टि से बाहर के किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में जान लेता है।


अतिंद्रीय दृष्टि परीक्षणों में व्यक्ति ताश के पत्तों को बिना देखे कई तरीकों से पहचानता है। जब औसत व्यक्ति द्वारा बताए गए सही अनुमानों की संख्या की तुलना में किसी व्यक्ति के सही अरमानों की संख्या अधिक होती है तब इससे पता चलता है उसमें अतिंद्रीय दृष्टि है।


पूर्व ज्ञान क्या है ? What is precognition ?


पूर्व ज्ञान किसी घटना के वास्तव में घटित होने से पहले ही टेलीपैथी द्वारा उसकी जानकारी पा लेना है ।

इसके परीक्षण में तारों के प्रयोग द्वारा घटनाओं के क्रम को वास्तविक रूप से घटित होने से पहले ही बताने का प्रयास किया जाता है ।


मनोगति-संवेदन क्या है ? What is psycho-kinesis ?


भौतिक वस्तुओं का मनोशक्ति द्वारा नियंत्रण करना मनोगति-संवेदन है ।

जैसे एक सिक्के को उछालता हुआ एक व्यक्ति हेड पर ध्यान केंद्रित करें और सिक्का वहीं आकर गिरे ।


अति संवेदी बोध ESP इस प्रकार की घटनाओं को स्वीकार करने की सुविधाजनक विधि है।


वैज्ञानिक भी इस स्थिति का अध्ययन करने में लगे हैं । इस क्षेत्र में सफल अनुसंधान करने की बहुत संभावनाएं हैं,जिससे अति संवेदी बोध की क्षमताओं से युक्त व्यक्ति मानव जाति के लाभ से जुड़ी अति महत्वपूर्ण वस्तुओं के बारे में वैज्ञानिक आधार पर भविष्यवाणी कर समाज का हित कर सके |

-------------------------------------------------------------

सामान्य ज्ञान से जुड़े अन्य विषय

यहां पढ़े जानवरों की आंखें अंधेरे में क्यों चमकती है ?

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ