24 जनवरी, राष्ट्रीय बालिका दिवस क्या, कब, क्यों, उद्देश्य ,स्लोगन, थिम ,कार्यक्रम ,निबंध , shambhav संभव, in hindi
अगर आप किसी महिला या किसी लड़की को शिक्षित करते हैं तो आप पूरे समाज को शिक्षित करते हैं ।" -स्वामी विवेकानंद जी
वर्तमान में देश की बेटियों ने समाज के प्रत्येक क्षेत्र में एक प्रतिमान स्थापित किया है, चाहे वह खेल का मैदान हो या प्रशासन का गलियारा, सामाजिक सेवा हो या राजनीतिक नेतृत्व, घर की देखभाल हो या विज्ञान का क्षेत्र ।
राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर देश की बेटियों को नमन है । उनकी मेहनत और कामयाबी को नमन है।
इस दिन को और विशेष बनाने के लिए हम महिलाओं को आगे आकर अपनी साथी महिलाओं और छोटी बच्चों के बारे में सोचना होगा और लोगों को भी बेटियों के अधिकारों, उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते रहना होगा |
राष्ट्रीय बालिका दिवस क्या है?
भारत में प्रत्येक वर्ष जनवरी माह में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है ।
राष्ट्रीय बालिका दिवस लड़कियों के सामने आने वाली असमानता को दूर करने तथा बालिकाओं के महत्व पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से बनाया गया एक विशेष दिवस है |
जो बालिकाओं के कल्याण हेतु विभिन्न आयोजनों और योजनाओं को संचालित भी करता है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस कब मनाया जाता है?
भारत देश में प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है ।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ,भारत सरकार ने वर्ष 2008 में इसकी शुरुआत की थी तब से प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस क्यों मनाया जाता है?
24 जनवरी 1966 को श्रीमती इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री का पद धारण किया । स्वतंत्रता पश्चात प्रथम बार किसी महिला के द्वारा इतना शक्तिशाली और उच्च पद प्राप्त किया गया ।
इसीलिए बालिकाओं के विकास, समाज में उनकी भूमिका और उनको प्रेरणा देने के लिए 24 जनवरी का दिन राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य -
- देश में लड़कियों के सामने आने वाली असमानता को दूर करना ,
- बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाना ,
- बालिका शिक्षा स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर जागरूकता पैदा करना है ।
राष्ट्रीय बालिका दिवस ऐसे मनाएं:
आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पर मनाए जाने वाले अमृत महोत्सव में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जो निम्नलिखित हैं -
- विभिन्न मंत्रालयों में बालिका सशक्तिकरण के लिए किए जाने वाले कार्यक्रम/ योजना
- 20 साल से कम उम्र के युवा महिला उद्यमियों को सम्मानित करना तथा
- बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ
- बेटी के साथ सेल्फी
शिक्षा को सभी समस्याओं के समाधान के लिए मूलभूत उपाय माना जाता है । महिला शिक्षा के बारे में स्वामी विवेकानंद जी के विचार हमें यही प्रेरणा देते हैं कि -
"अगर आप किसी महिला या किसी लड़की को शिक्षित करते हैं तो आप पूरे समाज को शिक्षित करते हैं ।"
एक नजर
बालिका /महिला को शिक्षा देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विशेष उपाय किए गए हैं जिनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं -
भारत सरकार द्वार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बालिकाओं के विकास को सुनिश्चित करने के लिए तथा सभी लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण और समान शिक्षा प्रदान करने के लिए एक "लिंग समावेशन कोष" का गठन करने का प्रस्ताव रखा गया है ।
- यह फंड स्कूली शिक्षा में लड़कियों के भागीदारी को सुनिश्चित करने ,
- उनके नामांकन दर को बढ़ाने और
- सभी स्तरों पर लिंग अंतर को कम करने ,
- समाज में समावेशन और
- लड़कियों की नेतृत्व में सुधार करने के लिए कार्य करेगा ।
नई शिक्षा नीति स्कूल जाने वाली लड़कियों की सुरक्षा पर परिसर के अंदर और बाहर दोनों जगह सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखेगा ।
1 टिप्पणियाँ
Bahut badhiya jaankari
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धन्यवाद