बच्चों का पोषण,Bacchon ka poshan, Children's nutrition

 बच्चों का पोषण,Bacchon ka poshan, Children's nutrition, संभव, Shambhav, शाम्भवी पाण्डेय


  बच्चों का पोषण


बच्चों का 1 साल का विकास हमें बखूबी पता चलता है। लेकिन उसके बाद बच्चों का बड़ा होना हमें पता नहीं चलता।

 

बच्चों की एक्टिविटीज और उनकी बदमाशियों के बीच उनका विकास एक सतत प्रक्रिया में चलता रहता है ।

बच्चे, बचपन और उनका मनोविज्ञान की आज की श्रृंखला में हम चर्चा करेंगे कि 5 साल तक के बच्चों का पोषण कैसा हो ? 5 साल तक के बच्चों का विकास,उनके लिए आवश्यक पोषक तत्व एवं खानपान का तरीका कैसा होना चाहिए ?

छोटे बच्चों के पोषण के लिए आवश्यक तत्व,संभव, shambhav, शाम्भवी पाण्डेय

5 साल के बच्चे का पोषण कैसा हो ?


यह तो हम सभी जानते हैं कि बच्चों के लिए पोषण कितना जरूरी है लेकिन बच्चों के लिए सही पोषण के लिए हम सभी मम्मीयों को कितनी मशक्कत करनी पड़ती है और फिर भी अगर बच्चों के ग्रोथ में किसी भी प्रकार की असीमियतता देखने को मिले तो हमें लगता है कि कहीं ना कहीं हम मां से कोई लापरवाही रह गई ।


कई बार हम बच्चों के लिए डाइट चार्ट को भी फॉलो करने की कोशिश करते हैं पर जरूरी नहीं कि बच्चे उस रूटीन को अपनाएं । बच्चे अक्सर खाने के लिए ना -ना करते ही रहते हैं ।

पोषण एवं आहार विशेषज्ञ ( Nutritionist and dietician in NRC) श्रीमती मनजीत कौर कहती हैं कि जरूरी है कि बच्चों के बॉडी डेवलपमेंट के लिए आवश्यक पोषक तत्व को समझें और उन तत्वों को विभिन्न खाद्य पदार्थों के साथ साथ नए-नए रूप में बच्चों की डाइट में शामिल करें ।


बच्चों के लिए आवश्यक पोषक तत्व :


शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण एवं डैमेज कोशिकाओं को रिपेयर करने में पोषक तत्वों का विशेष महत्व होता है । हमारे बाल, त्वचा, हड़डी,नाखून, मांसपेशियां,कोशिकाओं और दूसरे अंगों को स्वस्थ रखने के लिए यह निम्नवत पोषक तत्व बहुत ही आवश्यक हैं -

  • प्रोटीन
  • विटामिन
  • मिनरल
  • शुगर
  • कार्बोहाइड्रेट
  • वसा
  • खनिज (कैल्शियम,आयरन,आयोडीन, सोडियम इत्यादि)


बच्चों को क्या-क्या खिलाएं ?


हर पेरेंट्स अपने बच्चे के शारीरिक विकास के लिए बहुत ही जागरूक रहते हैं । वें बच्चे के लिए रूटीन डाइट चार्ट फॉलो करते हैं पर अक्सर देखा -सुना गया है कि बच्चे वह सब कुछ खाना नहीं चाहते ।

ऐसे में अगर आपका बच्चा खाने की किसी रूटीन को नहीं फॉलो करता तो जरूरी है उसके शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व को समझकर उसकी नई -नई रेसिपी, नई-नई डिजाइन और रूटीन में थोड़ा बदलाव किया जाए।

बच्चों के खाने में मौसमी फल, दूध, गेहूं, दाल ,अनाज, ड्राई फ्रूट्स, हरी सब्जियां, मशरूम, सोयाबीन, पनीर से बने व्यंजनों को शामिल करें।

     और साथ में जो नॉन वेजिटेरियन हैं वे अपने बच्चे को मछली, चिकन, मीट, अंडे जरूर खिंलाएं, इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और विटामिन होते हैं ।


बच्चों की स्किन डेवलपमेंट में वसा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसलिए बच्चों के भोजन में देसी घी और शुद्ध तेल का प्रयोग जरूर करें ।


छोटे बच्चे किसी रूटीन को फॉलो करें यह जरूरी नहीं, इसलिए जरूरी है बच्चों में खानपान के लिए रुचि जगाएं, उन्हें हेल्थी भोजन नए- नए रंग, आकार, आकृति और नए स्वाद के साथ खिलाएं ।


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