3-4 साल उम्र के बच्चे को क्या पढ़ाएं/कैसे पढ़ाएं,संभव,शाम्भवी पाण्डेय

3-4 साल उम्र के बच्चे को क्या पढ़ाएं/कैसे पढ़ाएं (3-4 saal umr ke bachche ko kya padhaen/kaise padhaen,संभव,शाम्भवी पाण्डेय)


बच्चों की बढ़ती उम्र के साथ उन्हें क्या सिखाएं/कैसे सिखाएं, यह चिंता भी हर पेरेंट्स की बढ़ने लगती है।

     हर माता-पिता चाहते है कि उनका बच्चा अपनी उम्र के हिसाब से वह सारी बातें सीखे जो अन्य बच्चों को आती है।

                 
3 - 4 साल के बच्चे को क्या पढ़ाएं/ कैसे पढ़ाएं,, संभव, शाम्भवी पाण्डेय


आज हम 'बच्चे, बचपन और उनका मनोविज्ञान' की इस श्रृंखला में यह चर्चा करेंगे कि 3 से 4 साल की उम्र के बच्चे को क्या पढ़ाएं और कैसे पढ़ाएं ?


3-4 साल उम्र के बच्चे को क्या पढ़ाएं/कैसे पढ़ाएं


सीखना जीवन पर्यंत चलने वाली एक प्रक्रिया है। जन्म से 3 साल तक बच्चे देखकर सीखते हैं, 3 साल होने पर बच्चे देखकर सीखने के साथ-साथ सुनकर भी सीखते हैं।


3 से 4 साल की उम्र सीखने का प्रारंभिक स्तर माना जाता है। इस समय बच्चे को कुछ भी नया सिखाने की अपार संभावनाएं होती हैं,जरूरत है यह समझने की कि किस उम्र में बच्चे को क्या बात सिखानी है, क्योंकि उम्र के हिसाब से बच्चे का ब्रेन (दिमाग) डिवेलप होता है।

तो यह बात ध्यान रखना जरूरी है कि उम्र को ध्यान में रखकर ही बच्चे को कुछ भी सिखाया जाए जिससे बच्चे के डिवलप होते दिमाग पर उम्र से ज्यादा जोर (प्रेशर) न डाला जाए।


3-4 साल उम्र के बच्चे को क्या पढ़ाएं :


आइए जानते हैं कि 3 से 4 साल की उम्र के बच्चे को क्या पढ़ाएं-

  • सीखने दायक (पजल) गेम खेलने को दें, जिससे बच्चा कुछ नया बनाना (build) करना सीखें।

  • बेसिक कलर और आकार सिखाएं।

  • कम से कम 5 बेसिक फल और सब्जी की पहचान सिखाएं।

  • 1 - 10 तक की गिनती सिखाएं।

  • हिंदी और इंग्लिश के अक्षर (letter) मौखिक रूप से सिखाएं।

  • साथ-साथ अक्षरों की पहचान भी सिखाए।

  • गुड मैनर्स (good morning, good night, etc) सिखाएं।

  • Thanks, sorry, excuse me बोलना सिखाए।

  • बच्चों में 'शेयरिंग एंड केयरिंग' सिखाने का यह सही वक्त है।

  • अजनबी व्यक्ति, इलेक्ट्रिक, धारदार या किसी भी प्रकार की नुकसान पहुंचाने वाली चीजों से दूर रहना सिखाएं।

  • बच्चे में नैतिक एवं अच्छे गुणों के विकास के लिए प्रेरणादायक कहानियां सुनाएं।

  • (घर के सदस्यों, घर के काम में मदद करने वाले सहयोगियों) सभी का सम्मान करना सिखाए।


3-4 साल उम्र के बच्चे को कैसे पढ़ाएं :


तो आइए जानते हैं कि 3 से 4 साल उम्र के बच्चे को कैसे पढ़ाएं-

  • बच्चों की भावनाओं को सम्मान दें।

  • बच्चों की हर बात को गंभीरता पूर्वक सुने।

  • बच्चों के सवालों के जवाब धैर्य पूर्वक दें।

  • बच्चों की छोटी-छोटी जिज्ञासाओं को शांत करें।

  • बच्चों को प्रोत्साहित करते रहें।

  • किसी प्रकार की गलती होने पर पिटाई ना करें अपितु बार-बार प्यार से ही समझाएं।

  • चीजों को व्यवहारिक रूप से (practically) दिखाकर सिखाएं (जैसे अगर फल के बारे में सिखाएं तो फल दिखाकर बताएं कि यह केला है या सेब है इत्यादि)।

  • बच्चों के साथ बच्चे बनकर खेलें।

  • बच्चों को खेल-खेल में सिखाएं।

  • बच्चे की रुचि जिस विषय में भी हो जैसे - खेलकूद, डांस, ड्राइंग, पढ़ना, इत्यादि में आप भी रूचि दिखाएं और बच्चों के साथ उसमें सहयोग करें।



एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

कृपया अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। जिससे हम लेख की गुणवत्ता बढ़ा सकें।
धन्यवाद